🔥।।ओ३म।।🔥
मकरसंक्रांति पर पतंग का सदेश-
पतंग बता रहा है,
गगन चूम रहा हूं,
क्योंकि धागे से जुड़ा हुआ है,
धागा लकड़ी से,
संगठन का पाठ पढ़ा रहा है,
लकड़ी तेरे हाथ से,
तु मुझे नचा रहा है,
ऐसे ही मुस्कुराता रह तु,
हमें बता रहा है,
मुस्कुराहट का कारण है संगठन,
संगठन बिना सब अस्तित्वहीन है,
संगठन से प्रकाश होता है,
वरना अन्धकार ही होता है,
संगच्छध्वं👬👬
मकरसंक्रान्ति की हार्दिक शुभकामनाएं
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