अपने स्वास्थ्य के लिए तरह-तरह के परीक्षण करवाते हैं तो हमें अपनी बीमारी का पता चलता है न ही बीमारी से मुक्ति मिलती है| समय बताने के साथ-साथ नई-नई और अच्छी लगती हैं| इन सभी अध्ययनों से मुक्ति पाने के लिए और अपने स्वास्थ्य परीक्षण के लिए हमें क्या करना चाहिए | इसके लिए मैं अपनी ओर से नहीं बल्कि वेद और ऋषियों की बातें आपके सामने रखता हूं आचार्य सुश्रुत जी ने बहुत ही सरल सूत्र दिया है कि हम स्वस्थ हैं या फिर शस्त्र से चिकित्सा जगत में शल्य चिकित्सा करते हैं।
हम स्वस्थ हैं या नहीं कैसे जानें? अपने स्वास्थ्य की जांच के लिए डॉक्टर, डॉक्टर के पास जाना जरूरी है? आज हमें अपने स्वास्थ्य को लेकर न जाने कितने परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है फिर भी हमें कुछ नहीं पता कि स्वास्थ्य किसे कहते हैं? हम स्वस्थ कैसे रह सकते हैं?
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