विजयादशमी (दशहरा)-
की हार्दिक बधाई व शुभ कामनाएं
की हार्दिक बधाई व शुभ कामनाएं
विजयादशमी,
बुराई पर अच्छाई की,
जीत बतायी जाती है,
इसीलिए खुशियां,
मनाई जाती है,
एक गलती के कारण,
अच्छाई और बुराई में,
युद्ध छिड़ जाता है,
बुराई (अहंकार) ने वंश का,
विनाश कर दिया,
दुराचार किया,
व्यभिचार न किया,
नारी का सम्मान किया,
उसका इंतजार किया,
सब लुट गया पर,
नारी की अस्मिता,
भंग न किया,
फिर भी उसे (रावण को),
जलाया जाता है,
अच्छाई ने गैरों को,
अपना बना लिया,
अपना बनाया
कुल का सम्मान,
वापस लाया
मर्यादा पुरुषोत्तम,
श्रीराम कहलाया,
दोनों महापुरूषों को,
शत शत है नमन।
आज हर दिन न जाने,
कितनी ही नारियों का,
हो रहा हरण है,
दुराचार, व्यभिचार,
बलात्कार है,
इसका कौन जिम्मेदार है।
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