🌻🌻 बसन्त ऋतु का आगमन🌻🌻
बसन्त ऋतु आयी,
प्रकृति ने ली अंगड़ाई,
ऋतुओं का राजा बसन्त आया,
प्रकृति का बुढ़ापा भगाया,
यौवन वापस लाया,
प्रकृति को दुल्हन सा सजाया,
बसन्त ऋतु आयी,
प्रकृति ने ली अंगड़ाई।
रंग-बिरंगे फूलों व सौन्दर्य की बहार आयी,
हर प्राणी में खुशियां छायी,
बसन्त ऋतु आयी,
प्रकृति ने ली अंगड़ाई।
बसन्त ऋतु की वायु अनोखी,
मन्द-मन्द चलती है,
ताजगी व स्फूर्ति लाती है,
मन्द-मन्द मुस्काती है,
बसन्त ऋतु आयी,
प्रकृति ने ली अंगड़ाई।
रंग-बिरंगे फूलों पर,
तितलियों की शान निराली,
इनके रंग-बिरंगे पंख,
सबको हैं भाते,
इनके निराले खेल देख,
बच्चे, बड़े, बुढ़े सब हैं मुस्काते,
बसन्त ऋतु आयी,
प्रकृति ने ली अंगड़ाई।
अलौकिक आनन्द,
अनोखी छटा,
देख मन हर्षाते हैं,
वन-उपवन में,
भंवरे मीठी तान सुनाते हैं,
बसन्त ऋतु आयी,
प्रकृति ने ली अंगड़ाई।
कलियां मुस्कुराती हैं,
हंस हंस गाती हैं,
बसन्त ऋतु की सौगात,
धरती पर सजी फूलों की बारात,
नये वर्ष का आगमन हो गया है,
नाचे-गायें धूम मचायें,
नये साल की तैयारी में जुट जायें,
नया साल आ रहा है खुशियां,
अपार ला रहा है,
बसन्त ऋतु आयी,
प्रकृति ने ली अंगड़ाई।
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